Saturday 31 March 2018

Hroscope Today 31/03/2018

           ☀आज का राशिफल    31/03/2018☀

horoscope today



🔅मेष 
भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। लेन-देन में सावधानी रखें। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🔅वृष 
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। योजना फलीभूत होगी।

🔅मिथुन 
दु:खद समाचार मिल सकता है। भागदौड़ रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। क्लेश होगा। चोट व रोग से बचें। मान-सम्मान मिलेगा।

🔅कर्क 
धनहानि संभव है। प्रयास सफल रहेंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। झगड़ों से दूर रहें। धार्मिक यात्रा हो सकती है।

🔅सिंह 
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। स्वाभिमान बना रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। विवाद से बचें।

🔅कन्या 
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा से लाभ होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। प्रमाद न करें।

🔅तुला 
फालतू खर्च अधिक होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। कार्य में बाधा होगी। चिंता रहेगी। विवाद न करें। जल्दबाजी न करें।

🔅वृश्चिक 
धनहानि संभव है, सावधानी रखें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभ देगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा।

🔅धनु 
आर्थिक नीति में बदलाव होगा। कार्यपद्धति में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। बाहर सहायता से कार्य होंगे।

🔅मकर 
अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें।

🔅कुंभ 
चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। लेन-देन में सावधानी रखें।

🔅मीन 
राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। जल्दबाजी न करें। विवाद से बचें। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी।


Panchang 31/03/2018

।।ॐ||             ||ॐ||
  
panchang today

आज का पंचाग

☀31 मार्च  2018 ☀पूर्णिमा, शुक्ल पक्ष ☀       चैत्र
 तिथिपूर्णिमा18:06:42
  पक्षशुक्ल
  नक्षत्रउत्तर फाल्गुनी06:30:09
  नक्षत्रहस्त29:56:08*  योग वृद्वि07:19:42  योग घ्रुव29:10:55*  करण विष्टि भद्र06:48:02  करण भाव18:06:42  करण बालव29:31:55*  वार शनिवार  माह (अमावस्यांत)चैत्र  माह (पूर्णिमांत)चैत्र  चन्द्र राशि   कन्या  सूर्य राशि   मीन  रितु वसंत  आयन उत्तरायण  संवत्सर विलम्बी संवत्सर (उत्तर)विरोधकृत  विक्रम संवत2075   विक्रम संवत (कर्तक)2074   शाका संवत1940   Solar Tithi18  Solar Monthचैत्र  सूर्योदय06:20:15  सूर्यास्त18:42:08  दिन काल12:21:53  रात्री काल11:37:01  चंद्रोदय18:39:38  चंद्रास्त30:47:06*  लग्न   मीन16°9' , 346°9'  सूर्य नक्षत्रउत्तरभाद्रपदा  चन्द्र नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी

 पद, चरण  4 पी उत्तर फाल्गुनी06:30:09  1 पू हस्त12:19:16  2 ष हस्त18:09:54  3 णहस्त24:02:09*  4 ठ हस्त29:56:08*

☀मुहूर्त  राहू काल09:26 - 10:58अशुभ  यम घंटा14:04 - 15:37अशुभ  गुली काल06:20 - 07:53  अभिजित12:06 -12:56शुभ  दूर मुहूर्त07:59 - 08:49अशुभ


☀चोघडिया, दिन  काल06:20 - 07:53अशुभ  शुभ07:53 - 09:26शुभ  रोग09:26 - 10:58अशुभ  उद्वेग10:58 - 12:31अशुभ  चाल12:31 - 14:04शुभ  लाभ14:04 - 15:37शुभ  अमृत15:37 - 17:09शुभ  काल17:09 - 18:42अशुभ 

☀चोघडिया, रात  लाभ18:42 - 20:09शुभ  उद्वेग20:09 - 21:36अशुभ  शुभ21:36 - 23:04शुभ  अमृत23:04 - 24:31*शुभ  चाल24:31* - 25:58*शुभ  रोग25:58* - 27:25*अशुभ  काल27:25* - 28:52*अशुभ  लाभ28:52* - 30:19*शुभ

Friday 30 March 2018

Today's Horoscope

आज का राशिफल    30/03/18☀

1.मेष बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। प्रसन्नता बढ़ेगी।  
2.वृष स्वास्थ्य का ध्यान रखें। थकान तथा आलस्य का अनुभव होगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। व्यवसाय धीमा चलेगा।  
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3.मिथुन मेहनत रंग लाएगी। रुके कार्य बनेंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।  
4.कर्क जोखिमजमानत के कार्य टालें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पुराने मित्र व संबंधियों से मेल बढ़ेगा। लाभ होगा।  
5.सिंह परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। प्रसन्नता बढ़ेगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी।  
6.कन्या अपेक्षा से अधिक व्यय होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं, धैर्य रखें। जोखिमजमानत के कार्य न करें।  
7.तुला यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। जोखिमजमानत के कार्य टालें। वरिष्ठजनों की सहायता प्राप्त होगी।  
8.वृश्चिक आर्थिक उन्नति की योजना मूर्तरूप लेगी। घर-बाहर सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी।  
9.धनु सत्संग का लाभ मिलेगा। धर्म-कर्म में रुचि बनी रहेगी। राजकीय सहयोग से लाभ में वृद्धि होगी। शुभ समाचार मिलने से प्रसन्नता रहेगी।  
10.मकर चोटरोग से बचें। कार्य में हानि हो सकती है। झंझटों में न पड़ें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ में कमी होगी।  

11.कुंभ राजकीय सहयोग मिलेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी न करें। धनलाभ होगा। शुभ समय  
12.मीन परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी।

Panchang 30/03/2018

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आज का पंचाग

☀30  मार्च  2018  
☀चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष  
☀      चैत्र
* तिथि चतुर्दशी 19:35:04 
*पक्ष शुक्ल
 *नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी 07:26:39
*योग गण्ड 09:46:59  
*करण गरज 08:26:56  
*करण वाणिज 19:35:04  
*वार शुक्रवार  
*माह (अमावस्यांत)चैत्र  
*माह (पूर्णिमांत)चैत्र  
*चन्द्र राशि   सिंह till 13:10:48  
*चन्द्र राशि   कन्या from 13:10:48  
*सूर्य राशि   मीन
*रितु वसंत  
*आयन उत्तरायण  
*संवत्सर विलम्बी  
*संवत्सर (उत्तर)विरोधकृत  
*विक्रम संवत 2075  
*विक्रम संवत (कर्तक ) 2074  
*शाका संवत 1940  
*Solar Tithi 17
 *Solar Monthचैत्र  
*सूर्योदय 06:21:21  
*सूर्यास्त 18:41:39
 *दिन काल 12:20:18  
*रात्री काल 11:38:36  
*चंद्रोदय 17:39:47
*चंद्रास्त 30:18:26*
*लग्न   मीन 15°10' , 345°10'
  *सूर्य नक्षत्र उत्तरभाद्रपदा  
*चन्द्र नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी

*पद, चरण  
*4 टू पूर्व फाल्गुनी07:26:39  
*1 टे उत्तर फाल्गुनी13:10:48  
*2 टो उत्तर फाल्गुनी18:56:01  
*3 पा उत्तर फाल्गुनी24:42:26*
☀मुहूर्त *राहू काल10:59 - 12:32अशुभ  
*यम घंटा15:37 - 17:09अशुभ  
*गुली काल07:54 - 09:26  
*अभिजित12:07 -12:56शुभ  
*दूर मुहूर्त08:49 - 09:39अशुभ  
*दूर मुहूर्त12:56 - 13:46अशुभ

☀चोघडिया, दिन  
*चाल06:21 - 07:54शुभ  
*लाभ07:54 - 09:26शुभ  
*अमृत09:26 - 10:59शुभ  
*काल10:59 - 12:32अशुभ
*शुभ12:32 - 14:04शुभ  
*रोग14:04 - 15:37अशुभ
*उद्वेग15:37 - 17:09अशुभ
*चाल17:09 - 18:42शुभ

☀चोघडिया, रात  
*रोग18:42 - 20:09अशुभ
  *काल20:09 - 21:36अशुभ  
*लाभ21:36 - 23:04शुभ
*उद्वेग23:04 - 24:31*अशुभ
*शुभ24:31* - 25:58*शुभ  
*अमृत25:58* - 27:26*शुभ  
*चाल27:26* - 28:53*शुभ  
*रोग28:53* - 30:20*अशुभ

Thursday 29 March 2018

Guruwar ko chupke se kre yah upay money prapti keliye

गुरवार को चुपके से करें यह उपाय
   होगी आर्थिक समस्या दूर




dhan prapti ke liye upay

Hello friends यदि आप भी आर्थिक समस्या से जूझ रहे हो यह आपके काम में अचानक कोई रुकावट आ रही हो तो  करें यह उपाय

1.शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार को स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें तथा उसके पश्चात मीठे पीले चावल बनाकर गरीबों को खिलाएं एस्से आपके काम में आ रही सभी बाधाएं दूर होगी तथा धन(money) की प्राप्ति होगी

2.गुरुवार को करें ये उपाय होगी आर्थिक समस्या दूर

प्रत्येक गुरुवार को किसी सुहागन स्त्री को सुहाग सामग्री का दान करने से घर परिवार तथा business मैं आ रही सभी आर्थिक problems दूर होंगी तथा आप पर आने वाली विपत्तियों से छुटकारा मिलेगा तथा धन लक्ष्मी का आगमन होगा यह उपाय लगातार 5 गुरुवार को करें|
 https://www.youtube.com/watch?v=MwwKSUU6I5Q

Tuesday 27 March 2018

Triangle sine on Jupiter mount palmistry in hindi

Triangle sine on Jupiter Mount palmistry 
हस्त में गुरुपर्वत पर त्रिभुज का चिन्ह



Triangle sine on jupiter mount

हस्त में ट्रायंगल (त्रिभुज) sine
 परस्पर तीन रेखाओं से मिलकर हस्त (palm)में Triangle की आकृति का निर्माण होता है यह अलग-अलग माउंट (पर्वत) अपना अलग-अलग  प्रभाव result प्रदान करता है।

Friends रेखाओं पर ट्रायंगल त्रिभुज के चिन्ह के बारे में मैं अपने यूट्यूब चैनल Astro Garden में वीडियो डाल चुका हूं उसका link यह हैhttps://www.youtube.com/watch?v=m_SgFgnxh34&t=10s

हस्त रेखा विज्ञान( Palmistry science )के द्वारा हथेली पर पाए जाने वाले चिन्हों व रेखाओं के द्वारा जीवन में धन लाभ कब और किस एज में होगा यह जाना जा सकता है।

तो आइए friends गुरु पर्वत पर अर्थात  Jupiter mount पर त्रिभुज के चिन्ह के बारे में जानते हैं यह क्या फल प्रदान करता है।

गुरु पर्वत पर त्रिभुज का चिन्ह
यदि गुरु पर्वत पर त्रिभुज का चिन्ह हो तो ऐसे व्यक्ति या जातक संगठन तथा प्रबंधन अर्थात management में  expert होते हैं।
गुरु पर्वत पर स्पष्ट त्रिभुज (Triangle) वाले जातक प्रशासनिक सलाहकार अर्थात administer advisor होते हैं।

गुरु पर्वत पर स्पष्ट त्रिभुज वाले जातक नीति कुशल राजनीतिज्ञ तथा व्यवहार कुशल होते हैं।जिन जातकों के गुरु पर्वत पर त्रिभुज का चिन्ह सुंदर एवं स्पष्ट होता है ।ऐसे जातक management अर्थात प्रबंधन की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं। यह कोई भी कार्य करते हैं तो सूझबूझ अर्थात intelligence के साथ करते हैं।


जिन जातकों के गुरु पर्वत पर ट्रायंगल साइन होता है ।यह जातक स्वभाव से पॉजिटिव ( positive )अर्थात सात्विक होते हैं। यह जातक सभी लोगों के साथ हाथ में हाथ मिलाकर चलने पर यकीन करते हैं तथा साथ ही इनके हाथ में अन्य लक्षण भी शुभ हो तो यह जातक मंत्री (minister )भी बन सकते हैं।

Friday 23 March 2018

Navratri।नवरात्र।नवरात्रि अष्टमी के 4अचूक उपाय होगी धन प्राप्ति।

नवरात्रि अष्टमी को करेंगे यह उपाय तो होगी धन प्राप्ति तथा मनोकामना पूर्ण


money laksmi prapti upay
navratri puja

समस्या निवारण के लिए उपाय
यदि आप जूझ रहे हैं घरेलू व अन्य समस्याओं से तो आपको नवरात्रि की अष्टमी तिथि को यह उपाय करने से समस्याओं से निजात मिलेगी।

नवरात्रि की अष्टमी तिथि को पीपल के वृक्ष के 11 पत्ते लेकर उन पर राम नाम लिखकर उन पत्तों की माला बनाकर उस माला को हनुमान जी को पहना दे इस उपाय से आपकी सभी समस्याएं दूर होगी

स्थिर लक्ष्मी प्राप्त करने के लिए उपाय
श्री लक्ष्मी प्राप्त करने के लिए नवरात्रि की अष्टमी तिथि को एक पान में गुलाब पुष्प कि सात पंखुड़ियां रख ले तथा उस पान को मां दुर्गा को अर्पण कर दें इससे आपकी सभी समस्याएं दूर हो कर स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होगी।



मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय
नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध दही घी शक्कर तथा शहद से शिवलिंग को स्नान कराएं । इसके पश्चात मंदिर की अच्छे से सफाई करके भगवान शिव का श्रृंगार करें केसर मिश्रित चंदन का तिलक लगाएं फिर भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए अपने घर को आ जाए इस उपाय को करने से आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होगी।



श्री यंत्र की पूजा लक्ष्मी प्राप्ति के लिए
नवरात्रि की अष्टमी को शुद्ध स्नान करके शुद्ध लाल वस्त्र धारण करके लाल आसन पर बैठ जाएं उत्तर दिशा में मुंह कर ले फिर लाल चावल की एक डेरी बनाकर उस पर संयंत्र विराजमान कर दें श्री यंत्र के सामने तिल के तेल के 9 दीपक जलाएं फिर श्री यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करें तथा उसकी विधि विधान से पूजा  करें 108 बार श्री सूक्त के पाठ करें या योग्य पंडित से करवाएं। पूजा के पश्चात मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए यंत्र को पूजा स्थान पर विराजमान कर दें तथा अन्य सामग्री को बहते हुए जल में या पीपल के वृक्ष में विसर्जित कर दें। इस उपाय से शीघ्र ही धन लाभ होगा तथा दरिद्रता दूर होगी।

Monday 19 March 2018

khagoliya grah isthiti or ratna rashi

khagoliya grah isthiti or ratna rashi
garh isthiti or rasi chakra
zodiac sign

zodiac sign navgrah sine
zodiac sign

univars
univars
gemstones navgrah ratna
gemstones
  ग्रहो की स्थिति
ग्रहो की स्थिति

Sunday 18 March 2018

Sani mudrika  Ring Of Saturn 

शनि मुद्रिका अवसाद अकेलापन और रोग
Ring Of Saturn


Sani mudrika




अंगुलियों के मूल्य में अर्धवृत्ताकार अंकित रेखाएं मुद्रिका रेखाएं कहलाती है उसमें से आज हम बात करेंगे शनि मुद्रिका के बारे में शनि मुद्रिका मध्यमा अंगुली के मूल को वृत्ताकार अर्धचंद्राकार गहरे में बंद करती है यह रेखा अधिकतर उन जातकों के हाथ में पाई जाती है जो अपराधिक प्रवृत्ति के होते हैं हत्यारे अथवा कैदी होते हैं।



इसके अलावा यह रेखा उन जातको के हाथ में भी उपस्थित होती है जो जातक जघन्य  आपराधिक प्रवृत्ति के होते हैं। या वह जातक जो आत्महत्या करने की सोचते हैं इसीलिए यह शनि मुद्रिका अशुभ एवं दुर्भाग्य सूचक है।


1. यह दुर्भाग्य सूचक होता।
2.ऐसे व्यक्ति कुण्ठा ग्रस्त हो सकते हैं।
3.यह जिन मनोरोगियों अर्थात मानसिक रोगियों के हाथ में देखा जाता है।
4.ऐसे व्यक्ति अकेलेपन के कारण आत्महत्या भी कर सकते हैं।


भाग्य रेखा को आगे बढ़ने से रोके
Ring Of Saturn


शनी क्षेत्र भाग्य और कार्य सिद्धि का क्षेत्र है और यदि भाग्य रेखा इस क्षेत्र को पार करते हुए मध्यमा के मूल स्थान तक जाने का प्रयास करती है और यदि शनि मुद्रिका जब भाग्य रेखा को आगे बढ़ने से रोके तो मनुष्य का संपूर्ण जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।



इस दोष के कारण मिलने वाली असफलताएं व्यक्ति को आपराधिक प्रवृतियों की ओर धकेलती है यह व्यक्ति बहुत काम तो बहुत मेहनत के साथ करते हैं ।किंतु फिर भी यह चिन्ह उन्हें दुर्भाग्य प्रदान
करता है।

दुर्भाग्यवश इन जातकों के सभी कार्य असफल होते रहते हैं जीवन में असफलता तथा कलंक के अलावा इन जातकों और कुछ भी प्राप्त नहीं होता है।

चंद्र क्षेत्र से आने वाली भाग्य रेखा
Rings of saturn

दि चंद्र क्षेत्र से आने वाली भाग्य रेखा को शनि वलय रोकता है तथा हाथ पीला एवं पिलपिला व कमजोर हो तो वह व्यक्ति आत्महत्या भी कर सकता है।


यदि मंगलउठा हुआ हो


यदि मंगल क्षेत्र उठा हुआ हो हथेली लाल हो और कठोर हो और मस्तिष्क रेखा हृदय रेखा में घुस गई हो तो ऐसे जातकों को जीवन में घोर असफलताएं मिलती है जिस कारण वह आत्महत्या करने की ओर प्रेरित होते हैं या ऐसे जातक हत्यारे भी बन सकते हैं।

Happy new year. Bhartiya nav varsh mangalmay

Happy new year
happy hindu newyear

navvars ki subh kamnaye

Thursday 15 March 2018

Rashi ke anusar navratri me ma navdurga ka pujan

राशि के अनुसार नवरात्रि में मां नवदुर्गा का पूजन

durga puja

चैत्र नवरात्रि मैं यदि इस विधि के अनुसार मां दुर्गा का पूजन करेंगे तो मां दुर्गा शीघ्र आप पर प्रसन्न होगी और अपनी कृपा दृष्टि आप पर शीघ्र बनाएगी यदि राशि के अनुसार मां दुर्गा का पूजन करें जिस जातक की जो राशि हो वर्ष राशि प्रदान देवी का पूजन करें तो वह देवी आप पर शीघ्र प्रसन्न होकर आपको शुभ फल प्रदान करती है
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आदिवासी के अनुसार मां भगवती दुर्गा की पूजा के बारे में जानेंगे किस राशि वाले जातक को किस प्रकार से किस देवी की पूजा करने पर शेषफल प्राप्त होगा भाई आप जानते हैं राशि के अनुसार पूजा विधि

मेष राशि मेष राशि का स्वामी मंगल है और यह राशि अग्नि तत्व प्रधान राशि है अग्नि तत्व प्रधान  होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महाकाली एवं महाकाली स्वरूपिणी कालरात्रि देवी का पूजन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई होगा
वृषभ राशि
वृषभ राशि का स्वामी दैत्य गुरु शुक्र है और यह राशि भूमि तत्व प्रदान है भूमि तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महासरस्वती एवं मां चंद्रघंटा देवी का पूजन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा


मिथुन राशि


मिथुन राशि का स्वामी बुध है और यह वायु तत्व प्रधान राशि है वायु तत्व प्रधान होने के कारण मिथुन राशि के जातकों के लिए मां भगवती महालक्ष्मी स्वरूपिणी मां कुष्मांडा देवी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा

कर्क राशि


कर्क राशि के स्वामी भगवान चंद्र देव है एवं यह जल तत्व प्रदान राशि है जल  तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महासरस्वती एवं मां ब्रह्मचारिणी का पूजन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा



सिंह राशि


सिंह राशि के स्वामी भगवान श्री सूर्य देव है और यह राशि अग्नि तत्व प्रदान राशि है अग्नि तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महालक्ष्मी अथवा मां कात्यायनी देवी का पूजा करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा



कन्या राशि

कन्या राशि के स्वामी भगवान बुद्ध है एवं यह राशि भूमि तत्व प्रदान राशि है भूमि तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती सरस्वती देवी और महागौरी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा


तुला राशि 

तुला राशि स्वामी दैत्य गुरु शुक्र है और यह राशि वायु तत्व प्रदान राशि है वायु तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए महालक्ष्मी स्वरूपा मां भगवती सिद्धिदात्री का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा

वृश्चिक राशि


वृश्चिक राशि के स्वामी भगवान मंगल है और यह राशि जल तत्व प्रदान राशि है जल तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महासरस्वती या मां ब्रह्मचारिणी देवी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा


धनु राशि

धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति है और धनु राशि अग्नि तत्व प्रदान राशि है अग्नि तत्व प्रधान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महाकाली या मां कालरात्रि देवी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा


मकर राशि


मकर राशि के स्वामी भगवान शनिदेव है और यह राशि भूमि तत्व प्रदान राशि है भूमि तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए महा भगवती महासरस्वती या मां चंद्रघंटा देवी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा



कुंभ राशि

कुंभ राशि के स्वामी भगवान श्री शनिदेव है और यह राशि वायु तत्व प्रधान राशि है वायु तत्व प्रदान राशि होने के कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती महालक्ष्मी या मां कुष्मांडा देवी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा


मीन राशि

मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति है और यह राशि जल तत्व प्रदान राशि है जल तत्व प्रदान राशि होने के  कारण इस राशि के जातकों के लिए मां भगवती शैलपुत्री या मां भगवती सिद्धिदात्री देवी का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ एवं उत्तम फलदाई रहेगा

Wednesday 14 March 2018

Maniband rekha bracelet line se jane aap ki vastvik aayu

मणिबंध रेखा से जाने आपकी वास्तविक उम्र
 bracelet line
मणिबंध रेखा से जाने आपकी वास्तविक उम्र   bracelet line



हमारी कलाई पर स्थित रेखाओं को मणिबंध रेखा कहते हैं अर्थात हमारी हथेली जिस स्थान से प्रारंभ होती है वहां स्थित ऑडी रेखाओं को मणिबंध रेखा कहा जाता है हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार मणिबंध देख कर व्यक्ति की संभावित उम्र का पता किया जा सकता है

मणिबंध रेखाओं की संख्या सभी के हाथों में अलग-अलग होती है किसी के हाथ में एक तो किसी के हाथ में दो या किसी के हाथ में 3 या किसी के हाथ में चार कितनी भी रेखाएं हो सकती है


नोट मुख्यतः मणिबंध रेखाएं तीन ही शुभ मानी गई है

एक मणिबंध रेखा हो तो 
मणिबंध रेखा से जाने आपकी वास्तविक उम्र   bracelet line

यदि मणिबंध पर एक ही रेखा हो तो उम्र कम होती है अर्थात 23 से 28 वर्ष ही होती है यदि रेखाओं पर अन्य लक्षण अशुभ हो तो आयु में कमी हो सकती है

 दो मणिबंध रेखाएं 
मणिबंध रेखा से जाने आपकी वास्तविक उम्र   bracelet line

यदि शुभ लक्षण युक्त दो मणिबंध रेखाएं किसी जातक के हाथ में होती है तो उस जातक की उम्र 45 से 55 वर्ष हिमानी चाहिए और यदि इन पर अशुभ लक्षण हो तो उम्र में भी कमी आने की संभावना होती है

    3 मणिबंध रेखाएं
 

मणिबंध रेखा से जाने आपकी वास्तविक उम्र   bracelet line
यदि किसी जातक के हाथ में तीन मणिबंध रेखाएं हो और रेखाओं पर अन्य भी लक्षण शुभ हो तो ऐसे जातकों की उम्र 68 से 85 वर्ष तक माननी चाहिए और यदि अन्य लक्षण अशुभ हो तो उम्र में कमी आने की संभावनाएं रहती है

 4 मणिबंध रेखाएं
 

मणिबंध रेखा से जाने आपकी वास्तविक उम्र   bracelet line
 यदि मणिबंध पर शुभ लक्षण युक्त 4 रेखाएं हो तो ऐसे जातकों की उम्र 85 वर्ष से 100 वर्ष तक की माननी चाहिए और यदि रेखाओं पर अन्य लक्षण अशुभ हो तो उम्र में कमी आने की संभावना होती है

शुभ और अशुभ लक्षण



शुभ लक्षण
 
1.यव अर्थात जो या द्वीप  युक्त रेखा
2.त्रिभुज युक्त मणिबंध रेखा
3.स्पष्ट एवं सुंदर मणिबंध रेखा
4.सुंदर कलाई अर्थात कलाई की हड्डी नहीं दिखती हो

 अशुभ लक्षण
1.टूटी हुई या कटी हुई मणिबंध रेखा
2.अस्पष्ट मणिबंध रेखा
3.लहरदार मणिबंध रेखा
4.कलाई की हड्डी दिखती हो

Tuesday 13 March 2018

Vyapar vriddhi ke achuk upay business growing upay


व्यापार वृद्धि के अचूक उपाय 

business growing upay


Money

यदि आपका व्यवसाय नया है और गति नहीं पकड़ रहा है तो उस स्थिति में व्यापार वृद्धि और उससे गति प्रदान करने के लिए यह उपाय करें



 प्रथम उपाय
Business growing tips

एक लाल वस्त्र पर 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र तथा उस पर 3 नारियल को रखकर रुद्राक्ष माला से "ऐं क्लीं श्रीं " इस मंत्र की 11 माला का जाप करें तथा उस लाल वस्त्र की एक पोटली बनाने तथा पोटली बनाकर व्यापार स्थान के मुख्य द्वार पर अंदर की ओर ऊंचाई पर लटका दें





दूसरा उपाय

Vyapar-vriddhi-ke-achuk upay


एक पीले वस्त्र में सात अभिमंत्रित गोमती चक्र तथा तीन नारियल तथा एक मोती शंख एवं एक चांदी का सिक्का रख लेवे और "ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं" इस मंत्र का 108 बार जाप करें जाप करते हुए थोड़े-थोड़े साबुत चावल शंख में डालते रहें जब 108 बार जाप हो जाएं तब तक शंख में चावल भर जाने चाहिए इसके पश्चात सारी सामग्री की एक पोटली बनाकर मुख्य द्वार पर टांग देवें

M letar in hand

                                 " M "letar in hand
M hast rekha me

:-सभी भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं तथा उन चिंताओं के निवारण के लिए ज्योतिष शास्त्र सबसे सरल उपाय है ज्योतिष की अनेकों शाखाएं हैं उनमें से एक शाखा हस्तरेखा है |

:-हस्तरेखा शास्त्र के द्वारा व्यक्ति आसानी से अपना भविष्य जान सकता है|
हस्त में स्थित जीवन रेखा मस्तिष्क रेखा हृदय रेखा एवं भाग्य रेखा से मिलकर बनने वाले अंग्रेजी के अक्षर" M "के बारे में आज हम बात करेंगे

:-यह "M" अक्सर किसी जातक के हाथ में हो तो क्या फल प्रदान करेगा
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जिन व्यक्तियों के हाथ में "M" लेटर बनता है वह व्यक्ति भगवान के अधिक करीब होते हैं ऐसे जातकों के भाग्य का फैसला स्वयं भगवान करते हैं|

:-इन्हें काफी हद तक अध्यक्ष व्यक्ति माना जाता है यह व्यक्ति निडर स्वभाव के होते हैं तथा दिल के सच्चे और अच्छे होते हैं इनकी भगवान में अधिक आस्था होती है|



:-यह व्यक्ति बुद्धिमान तथा ईमानदार व्यक्तित्व के धनी होते हैं
चारों रेखा हृदय रेखा जीवन रेखा मस्तिष्क रेखा तथा भाग्य रेखा सरल स्पष्ट एवं सुदृढ़ हो तो ऐसे जातक राजाओं के समान ठाट-बाट करने वाले होते हैं तथा यह निसंदेह करोड़पति होते हैं |

:-यह जिस कार्य को करने की सोच ले उस कार्य को हर हाल में पूर्ण करके मानते हैं चाय सभी उस कार्य के खिलाफ ही क्यों नहीं हो 

:-यदि हम लेटर जिस जातक के हाथ में हो वह निजी बिजनेस मैं किसी का पाटन भी बनता है तो बिजनेस में बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होता है
यदि है जातक किसी किसी के दोस्त भी बनते हैं तो दोस्ती को ईमानदारी से निभाते हैं |

:-यदि पति पत्नी दोनों के हाथ में एम लेटर बन रहा हो तो वह कपल भाग्यशाली कपल होता है वह जोड़ी आदर्श जोड़ी कहलाती है इन में अटूट प्रेम होता है यह कभी भी एक दूसरे को धोखा नहीं देते हैं इनमें सामंजस्य अच्छा होता है सामंजस्य अच्छा होने के कारण इनका रिश्ता अटूट होता है|

:-M लेटर वाले लोग किसी और के लिए भी भगवान से प्रार्थना करें तो भगवान प्रार्थना बहुत जल्द पूरा करता है | इनको हर बात का आभास जल्दी हो जाता है ,यह एक छोटे से संकेत मात्र से ही हर बात को समझ जाते हैं |

:-यह जातक अच्छे लीडर भी साबित होते हैं इन जातकों की लेखन में बहुत अच्छी रुचि होती है यदि यह शिक्षण क्षेत्र में भी जाते हैं तो बहुत अच्छे शिक्षक बनते हैं शिक्षण कथा लेखन क्षेत्र मैं भी अच्छा नाम अर्जित करते हैं




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Monday 12 March 2018

HRIDAY REKHA PAR TRISUL TRIDENTN on heart line



ह्रदय रेखा पर त्रिशूल 
TRIDENT ON HEART LINE

Hriday-rekha-par-trikon-trident

हम अपनी हथेली को यह भी ठीक से देखें तो हथेली में बहुत सी रेखाएं बनी होती है और रेखाओं से मिलकर हमारे हाथ में कुछ आकृतियां भी बनती है तो हमें जो हमें शुभ तथा अशुभ फल प्रदान करती हैं 

कुछ आकृतियां शुभ फल प्रदान करती हैं तथा कुछ आकृतियां अशुभ फल प्रदान करती है
हम हमारे हाथ में भाग्य रेखा जीवन रेखा ह्रदय रेखा विवाह रेखा आदि देखने तक ही सीमित रह जाते हैं
 बहुत कम लोगों को ज्ञात होता है कि अन्य चिन्ह भी अपना शुभ या अशुभ फल प्रदान करते हैं
  
तो आज हम बात करेंगे एक ऐसे चिन्ह के बारे में जिसे शिव का अस्त्र कहा जाता है यदि वह चिन्ह किसी जातक के हाथ में होता है उसे क्या फल प्रदान करेगा त्रिशूल भगवान शिव का अस्त्र होता है और ऐसा चिन्ह यदि किसी जातक के हाथ में हृदय रेखा पर देखने को मिलता है तो वह उसे क्या फल प्रदान करेगा 
उसके बारे में जानते हैं हमारे हाथ हृदय रेखा से तीन रेखाएं निकल रही हो जो त्रिशूल के समान दिखाई देती हो




शनि पर्वत पर त्रिशूल का चिन्ह
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अगर यह चिन्ह शनि क्षेत्र के पास शुरू होकर खत्म होता है तो ऐसे जातक जन्म से ही संपन्न परिवार में जन्म लेते हैं ऐसे जातकों को अपने जीवन में किसी भी प्रकार की वस्तु की कमी नहीं होती है इनका जीवन सुखमय रहता है

शनि  व गुरु पर्वत
Hriday-rekha-par-trikon-trident

यदि त्रिशूल का चिन्ह शनि  व गुरु पर्वत के मध्य हो तो ऐसे जातक स्वयं के परिश्रम से धन प्राप्त करते हैं तथा साथ ही साथ इनको विरासत में भी बहुत साधन मिलता है किंतु इतना धन होने के बावजूद भी इन जातकों को सुख कम ही प्राप्त होता है यह उस धनका नहीं तो स्वयं के लिए उपयोग कर पाते हैं नहीं परहित के लिए या दान के लिए कर पाते हैं 



गुरु पर्वत पर त्रिशूल का चिन्ह 
Trishul hast rekha

यदि गुरु पर्वत पर त्रिशूल का चिन्ह हो तो जिन जातकों के गुरु पर्वत पर त्रिशूल का चिन्ह होता है
वह जातक पराक्रमी होते हैं धन तथा ऐश्वर्य से संपन्न होते हैं इनके पास प्रॉपर्टी बहुत मात्रा में होती है इनके पास अपने स्वयं के वाहन भी बहुत होते हैं यह अपना जीवन ऐशो-आराम से बिताते हैं कहा जाए तो इनके पास जीवन में सभी प्रकार भौतिक सुख प्रदान करने वाली वस्तुएं होती है